प्रीती तिवारी
रायबरेली। सरेनी पुलिस की आखिर ऐसी क्या मजबूरी की एक पक्षीय कार्यवाही है जरूरी।कप्तान साहब,कल एक मारपीट के मामले में सरेनी पुलिस द्वारा एक पक्ष से तो आनन फानन मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया जबकि आज दूसरे पक्ष से दी गई तहरीर के बावजूद योगी जी की पुलिस टाल मटोल कर रही है।सरेनी स्थित धूरीखेड़ा गांव का मारपीट का वीडियो सोशलमीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह आधा दर्जन लोग पीली टी शर्ट पहने युवक की किस तरह बेरहमी से लाठी डंड़ों से पिटाई कर रहे हैं।यदि बचाव में उसने भी किसी को चोंट पहुंचायी तो कार्यवाही एक तरफा क्यों ? दोनों पक्षों से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया जाना चाहिए,किसी का पक्षपात नहीं करना चाहिए और निष्पक्ष जांच के आधार पर कार्यवाही होनी चाहिए।लेकिन सरेनी पुलिस दूसरे पक्ष से दी गई तहरीर पर मुकदमा ही नहीं पंजीकृत करना चाह रही,आखिर ऐसा क्यों ?