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आईडीए अभियान को लेकर प्रधानों को किया गया संबोधित

प्रीती तिवारी

रायबरेली,।
जनपद में 10 अगस्त से दो सितम्बर तक फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान चलेगा | इसी क्रम में बुधवार को बछरावां ब्लाक सभागार में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान तथा स्वयंसेवी संस्था प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) के सहयोग से ग्रामप्रधानों, सचिव एवं ग्राम सेवकों का संवेदीकरण किया गया |
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए खंड विकास अधिकारी शिव बहादुरसिंह ने कहा कि आईडीए अभियान के तहत जनपद को फ़ाइलेरियामुक्त कराने के लिए आवश्यक है कि सभी लोग फ़ाइलेरियारोधी दवा खाएं | आप सभी लोग गाँव के सम्मानित व्यक्ति हैं | आप लोग स्वयं तो फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन करें साथ ही अपने परिवार के सदस्यों और गाँव वासियों को दवा खाने के लिए प्रेरित करें |
इस मौके पर बछरावां सीएचसी के अधीक्षक — ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होती है | इससे जान तो नहीं जाती है लेकिन पीड़ित जीवन भर के लिए दिव्यांग हो जाता है | इससे बचने का उपाय है मच्छर से बचना और साल में एक बार आयोजित आईडीए अभियान के तहत फ़ाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करना | आईडीए अभियान के तहत लगातार तीन साल तक साल में एक बार फ़ाइलेरियारोधी दवा के सेवन से इस बीमारी से बचा जा सकता है | उन्होंने कहा कि अभियान के तहत तीन दवाएं अल्बेंडाजोल, डाईइथाइल कार्बामजीन और आइवरमेक्टिन खिलायी जाएगी | यह दवा दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से पीड़ित को छोडकर सभी को खानी है | फ़ाइलेरिया पीड़ितों को भी फ़ाइलेरियारोधी दवा का एवं करना है |
प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) से आकाश द्विवेदी ………ने बताया कि फ़ाइलेरियारोधी दवा सेवन के बाद कुछ लोगों में चक्कर आना, पेट में दर्द, उल्टी जैसी प्रतिक्रिया देखने को मिलती है | इससे घबराने की जरूरत नहीं है | इससे पता चल गया कि शरीर में फ़ाइलेरिया के परजीवी थे | फ़ाइलेरियारोधी दवा सेवन के बाद फ़ाइलेरिया के परजीवियों के मरने के परिणामस्वरूप यह प्रतिक्रिया होती है | घबराने की जरूरत नहीं है | यह अपने आप कुछ देर में ठीक हो जाते हैं | इस बात का ध्यान रखें कि खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है |
प्रशिक्षण में उपस्थित सभी लोगों ने जनपद को फ़ाइलेरिया मुक्त करने की शपथ ली |
इस मौके पर बीएमएम, 49 ग्राम प्रधान, 10 सचिव, 23 ग्राम सेवक |

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