प्रीती तिवारी
राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला क्षय रोग केंद्र पर टीबी रोगियों को गोद लेने का कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें ओम साई हॉस्पिटल एंड मैटरनिटी सेंटर, गौरीगंज के निदेशक डॉ. एस एन सिंह द्वारा 10 क्षय रोगियों को गोद लिया गया एवम उन्हें पोषण पोटली वितरित की गई। पोषण पोटली में – गुड़, मूंगफली,सत्तू, भुना चना एवम प्रोटीन पाउडर था | यह पोषण सामग्री उन्हें एक माह के लिए दी गयी है और जब तक इन टीबी मरीजों का इलाज चलेगा तब तक हर माह इन्हें पोषण सामग्री दी जाएगी |
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. दीपक सिंह बताते हैं कि टीबी रोगियों को दवा के साथ नियमित प्रोटीनयुक्त पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना बहुत जरूरी होता है । इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा निक्षय मित्र योजना शुरू की गयी है जिसके तहत व्यक्तिगत तौर पर या संस्थाएं टीबी मरीजों को गोद लेती हैं और इलाज पूरा होने तक उन्हें पौष्टिक खाद्य पदार्थ मुहैया कराती हैं । इस योजना से गरीब तबके के मरीजों को बहुत फायदा है जो कि प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ खरीदने में अक्षम हैं या उन्हें इन खाद्य पदार्थों को खरीदने में एक बार सोचना पड़ता है । इसके साथ ही उन्हें भावनात्मक सहयोग मिलता है कि उनके सहयोग के लिए भी कोई है । इस साल, जनवरी से अभी तक कुल 16 निक्षय मित्रों के द्वारा 588 टीबी रोगियों को गोद लिया गया है ।
इसी के साथ ही पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी रोगियों को इलाज के दौरान 500 रूपये की राशि उनके खाते में भेजी जाती है |
क्षय रोग के लक्षण हैं-
दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना ।
वजन में कमी आना ।
रात मे पसीना आना
बलगम में खून आना ।
शरीर के किसी भी अंग में लंबे समय तक दर्द होना ।