प्रीती तिवारी
जिले की कानून व्यवस्था की बदल गई हो। लेकिन कुछ ऐसे पुलिस कर्मी है जो आज भी अपनी खाऊ कमाऊ नीति के कारण सिस्टम को ध्वस्त करने में लगे हुए हैं। हम बात कर रहे हैं मिल एरिया थाने की पुलिस की। क्षेत्र के शक्ति नगर की रहने वाली युवती ने अगस्त माह के पहले महीने में एक युवक आदित्य धीमान निवासी शक्ति नगर पर यौन शोषण और शादी का झांसा देने की शिकायत दर्ज करवाई थी । पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट भी दर्ज कर ली और यह बता दिया कि तत्काल कार्रवाई थाने से की जाती है । लेकिन इसके बाद ही थाने से खाने और कमाने का सिस्टम चालू हो गया। पुलिस को मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जहां आरोपी को तत्काल हिरासत में लेकर जेल भेज देना चाहिए था। वही पुलिस उस आरोपी को संरक्षण देने में लग गई । पीड़ित युवती का कहना है कि जब तक आरोपी घर पर था तब तक पुलिस ने कभी भी उसे हिरासत में या गिरफ्तार करने की कोशिश नहीं की । यही नहीं आरोपी ने माननीय न्यायालय लखनऊ बेंच में अरेस्ट स्टेट और रायबरेली जिला एवं सत्र न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका डाली दी। जो दोनों जगह से निरस्त कर दी गई है फिर भी पुलिस अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई। सूत्र बताते है कि इस मामले में थाने ने अच्छी खासी रकम धीमान के परिवार से ले रखी है। जिस कारण से पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने की जगह उसे मा० न्यायालय के भरोसे छोड़ दिया है पुलिस और आरोपी अब इस इंतजार में है कि किसी भी तरह मा० न्यायालय से उन्हें राहत मिल जाए। जिससे की वह जेल जाने से बच जाए। वही कानून के जानकारों का कहना है कि पुलिस को इस मामले में दर्ज रिपोर्ट की धारा 69 के तहत आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए था । लेकिन एक माह बीत बाद भी पुलिस पीड़िता से यह जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी कहां रह रहा है । जबकि पीड़िता का कहना है आरोपी के बारे में जब तक उसको जानकारी थी उसने पुलिस और जांच अधिकारी को बताया। लेकिन पुलिस तब तक उन लोगों को अपना संरक्षण देती रही। युवती ने एक बार फिर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई