सन्दीप मिश्रा
कानपुर । जी हां हम बात कर रहे है थाना क्षेत्र दक्षिणी बर्रा 2 के छेदी सिंह का पुरवा निवासी एक परिवार की । जिसमे रहने वाले लोग केवल और केवल उन महिलाओ को अपना शिकार बनाते है जो पारिवारिक तौर पर लाचार और दयनीय स्थिति में रहती है। आश्चर्य की बात है की इस काम में घर में रह रही महिलाए भी पुरुषो का साथ देती है।कहने को तो यह परिवार बांदा जिले का रहने वाला है।लेकिन सालो से कानपुर में ही रहकर अपना शिकार महिलाओ को बना रहा है। घर में बड़े बेटे के रूप में प्रमोद का नाम सामने आता है उसके बाद सूरज और रोहित है। जिनके पिता मोहनलाल तथा मां राधा देवी, बेटियां गुड़िया और रोशनी है। बताते हैं की प्रमोद की एक पहले शादी हो चुकी थी। जिससे एक बच्ची भी है जानकार बताते हैं कि बच्ची के बाद प्रमोद ने उसे महिला को घर से भगा दिया वहीं छोटे भाई रोहित पर छत्तीसगढ़ में नाबालिक बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का मामला पास्को एक्ट के तहत दर्ज है । इन सब के बाद भी प्रमोद ने रायबरेली जिले की एक विधवा महिला (काल्पनिक नाम) शकुंतला को अपना शिकार बनाया शकुंतला के अनुसार उसके पति शिव कुमार की मार्ग दुर्घटना में रायबरेली में मौत हो गई थी जिसके बाद उक्त परिवार यह कहकर उनसे कानपुर में संपर्क किया कि उसके पति और प्रमोद एक दूसरे के मित्र और साथ में सुख दुख के साथी थे विधवा महिला के साथ इस परिवार ने पहले पारिवारिक संबंध स्थापित किया और धीमे-धीमे दो बच्चों की विधवा मां को अपने बेटे के साथ यह कहकर शादी के लिए तैयार करना शुरू किया की प्रमोद की भी पत्नी की मृत्यु हो चुकी है । उसकी भी मासूम की बच्ची है। तुम्हारा भी बेटी और एक बेटा है । इन सब की परवरिश अच्छी तौर से हो जाएगी। महिला के अनुसार पहली बार दूसरी शादी के लिए लगातार इनकार करती रही। परंतु इसी दौरान विधवा महिला को अपने मूल निवास रायबरेली आना पड़ा। जिसमें सहयोगी के तौर पर मां राधा देवी ने प्रमोद को साथ में भेज दिया महिला के अनुसार प्रमोद ने उसके गांव घर में आकर उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए और जब महिला ने इसकी शिकायत प्रमोद की मां बहन और भाई बहन से की तो सभी ने जल्द शादी करवा देने का आश्वासन दिया। विधवा महिला के अनुसार इसी दौरान उसके पूर्व पति का किसान दुर्घटना बीमा का पांच लाख रुपए खाते में आ गए। लेकिन महिला का कहना है की वह प्रमोद और उसके परिवार से शादी के लिए लगातार प्रयास करती रही । शिकायती पत्र में कहा है की बीमा का पैसा आने की जानकारी होने पर अचानक प्रमोद घर पर आकर मंदिर में शादी की बात कहते हुए अपने घर वालो को लेकर आ गया। इसके बाद प्रमोद ने अपनी बहन महिला के बच्चो और अपने भाई के साथ मंदिर में ले जाकर सिंदूर लगा दिया । कुछ दिन दोनो पति पत्नी के रूप में प्रेम पूर्वक रहने भी लगे। इसी दौरान उक्त लोग प्रमोद को रोजगार में लगाने के लिए बीमा से तीन लाख रुपए भी मांग लिए जिसे महिला ने इस विश्वास पर दे दिया की आने वाले समय में कानून शादी हो जायेगी और पति भी कमाने लगेगा। आरोप है की पैसा पाते ही पूरे परिवार और प्रमोद का बर्ताव बदल गया। जब भी शादी और पैसे की बात महिला करती भी रही तो प्रमोद शादी बाद में करेंगे और रोजगार में नुकसान हो गया है कहकर और एक लाख रुपए मांगने शुरू देता था। महिला के अनुसार उसने एक बार फिर प्रमोद पर और उसके परिवार की बातों का विश्वास करके अपने जेवरात कानपुर की एक दुकान पर गिरवी रख दिए और किसी तरह 1 लाख रुपए की व्यवस्था करके फिर से प्रमोद को रोजगार के लिए दिया । महिला कहना है कि इतना पैसा पाने के बाद प्रमोद और उसके परिवार ने प्रमोद से शादी से साफ इनकार कर दिया और जब महिला ने उसे पर दबाव डाला तो पूरे परिवार ने मिलकर उसके और उसके बच्चों के साथ मारपीट की । यहां तक की महिला को चाकू से भी मारने का प्रयास किया। जिसकी रिपोर्ट कानपुर के बर्रा थाने में दर्ज कराई गई । लेकिन वहां भी प्रमोद ने पुलिस को अपनी बातों में फंसा कर उलझा दिया और आज तक शारीरिक शिकार महिला अपने बच्चों की जान बचाते हुए इधर-उधर फिर रही है । महिला का कहना है कि जब भी प्रमोद उसके परिवार वालो का मन होता है उसके घर में घुसकर गाली गलौज और मारपीट पर आमादा हो जाते हैं । जिसके कारण वह अब जिला तक छोड़ने को मजबूर हो गई है । तो क्या यह समझा जाए की एक तरफ जहां भाजपा सरकार महिलाओं के सम्मान की बात करती है। वही आप कुछ ऐसे भी परिवार हैं कानून का मजाक उड़ाते हुए महिलाओं की अस्मत को जूते तले रोंदने की गहरी साजिश चलते है।