प्रीती तिवारी
रायबरेली। लोकसभा चुनाव में मतदान का समय करीब आता जा रहा है । लेकिन सत्ता पक्ष द्वारा लगातार आदर्श आचार चुनाव संहिता का उल्लंघन देखने को भी मिल रहा है।तो क्या निष्पक्ष रूप से जिला प्रशासन या जिला निर्वाचन अधिकारी से लेकर निर्वाचन अधिकारी कह सकते हैं कि चुनाव निष्पक्ष होगा । क्योंकि शहर के बीचो-बीच सिविल लाइन चौराहे पर भाजपा की जिस तरह झंडिया लगी हुई देखी गई। वह खुद आदर्श आचार संहिता का कितना पालन हो रहा है इसको बताने के लिए पर्याप्त है। शहर के छोटा घोसियाना, बड़ा घोसियाना रोड पर सरकारी खंभों में भाजपा की झंडे लगे देखे गए । तो क्या इस तरह आदर्श आचार चुनाव संहिता की धज्जियां नहीं उड़ाई जा रही है । एक तरफ लगातार माननीय न्यायालय भी चुनाव आयोग को नसीहत दे रहा है कि निष्पक्ष चुनाव कराने की हर- संभव प्रयास करें । इसके लिए ईवीएम मशीन तक को सीसीटीवी कैमरे की 24 घंटे निगरानी और उन कमरों की निगरानी खुद माननीय न्यायालय से होगी। लेकिन इन सब के बाद भी देखा जा रहा है कि जमीनी स्तर पर लगातार कहीं ना कहीं सत्ता पक्ष की हनक दिखाई दे रही है जिसके चलते सरकारी संपत्ति पर भी इनका चुनाव प्रचार प्रचार जारी है। मजेदार बात यह है कि सिविल लाइन के जिस चौराहे की बात हो रही है उसे चौराहे पर जिले के समस्त अधिकारी ,समस्त न्यायिक अधिकारी और खुद पुलिस अधीक्षक का आवागमन यहां तक की लखनऊ से लेकर इलाहाबाद तक के अधिकारियों तक का आना-जाना बना रहता है इन सब के बाद भी यदि इस तरह की तस्वीरें कैमरे के सामने रिकॉर्ड हो जाती है तो समझा जा सकता है कि कहीं ना कहीं चुनाव में गड़बड़ चल रही है।