प्रीती तिवारी
रायबरेली पुलिस अधीक्षक के लाख निर्देशों के बाद भी थाने पर बैठे जिम्मेदार थाना अध्यक्ष कार्यवाही के नाम पर सिर्फ पीड़ितों को दौड़ने का कर रहे हैं काम जबकि पुलिस अधीक्षक ने साफ निर्देश दे रखा है कि थानों पर ही सुनवाई कर मामलों का निपटारा थाने पर ही किया जाए लेकिन अगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय की बात की जाए तो सुबह से ही फरियादियों का जमवाड़ा लगा रहता है ताजा मामला रायबरेली के खीरो थाना क्षेत्र का प्रकाश में आया है जहां के रहने वाले आशीष कुमार पुत्र शैलेंद्र बहादुर सिंह निवासी कान्हा मऊ पोस्ट महारानीगंज थाना खीरों ने केसरी नंदन पांडे पुत्र कृष्ण कुमार पांडे अनिरुद्ध मिश्रा कमलाकांत अवस्थी थाना खीरो ग्राम महारानीगंज पर आरोप लगाते हुए बताया कि लगातार इन लोगों के द्वारा मुझे वाह मेरे परिवार को लगातर जान से मरने की धमकी व आते जाते वक्त परेशन किया जा रहा है जिसको लेकर मैने थाने पर कई बर शिकायत भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई यह सभी लोग अपराधी किस्म के व्यक्ति हैं जिन पर पहले से ही कई अपराधिक ममले विचाराधीन है जबरन वसूली करना लोगों की जमीनों पर कब्जा करना इनका पेशा बन चुका है लेकिन स्थानीय पुलिस सुनने को तैयार नहीं कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी थाने से कोई भी कार्यवाही नहीं की गई थक हार कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है फिलहाल पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल ने पूरे मामले पर संज्ञान लेकर जांच कराकर उचित कार्यवाही का अशवासन जरुर दिया है सवाल यह उठता है की पुलिस अधीक्षक के द्वारा दिये गए निर्देश पर आखिर थाने पर बैठे थाना इंचार्ज इन पर करवाही क्यों नहीं करते यह बड़ा सवाल है फिलहल अब देखना