सन्दीप मिश्रा
रायबरेली। जनपद में लूट और मारपीट की घटना को पुलिस हल्की धाराओं में लिखकर आरोपियों को बचा रही है । कुछ ऐसी शिकायत लेकर एपी कार्यालय में बीमा एजेंट करुणा शंकर साहू के साथ हुई मारपीट और लूट की शिकायत को लेकर ग्रामीण पीड़ित की पत्नी के साथ पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे । साहू चौपाल के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत दर्ज कराई की इस मामले में पुलिस ने मारपीट की धाराएं तो दर्ज कर की ली है । लेकिन लूट के मामले को छुपा दिया है । साहू चौपाल जिला अध्यक्ष के के गुप्ता ने कहा कि पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर इन अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साहू चौपाल ने पुलिस अधीक्षक को यह भी अवगत कराया की इन अपराधियों ने 7 जून 2024 को जमीन के मामले में गए राजस्व विभाग और पुलिस टीम पर भी जानलेवा हमला किया था । इन दबंगों का आतंक क्षेत्र में इतना है कि कई आपराधिक मामले दर्ज होने के बाद भी इनको किसी भी नियम कानून का भय नहीं है । यही कारण है कि एक के बाद एक गंभीर घटनाओं को अंजाम देते जा रहे हैं। क्योंकि शायद उन्हें पता चल चुका है कि जब पुलिस और राजस्व विभाग पर हमला करने पर प्रशासन वाले लोग कुछ नहीं कर पाए। तो तब आम जनता के साथ मारपीट की घटना को अंजाम देने के बाद भी उनका कुछ भी नहीं होगा। अबकी पीड़ित की पत्नी आरती साहू का कहना है की थाने की पुलिस भी उनका ही सहयोग कर रही है। कभी भी उक्त लोग उनके परिवार पर दुबारा हमला कर सकते हैं। यदि इस मामले में उसे भरपूर न्याय और आरोपियों को सजा ना मिली तो। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आखिरकार इन आरोपियों के ऊपर पुलिस को लूट की धारा पंजीकृत करने में परेशानी क्या हो रही है। जबकि तमाम ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जाकर इस बात की पुष्टि की है की घटना के दौरान लूट हुई है। इस मामले में जिन लोगों का बीमा अभिकर्ता ने पैसा लिया है वह लोग भी शपथ पत्र पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचाने को तैयार हैं कि जरूरत पड़ी तो हम सब इस बात को कबूल करने को तैयार है कि कितना कितना पैसा किस-किस के पास लेकर करुणा शंकर साहू निकले थे।इसके बाद भी पुलिस लूट की रिपोर्ट दर्ज करने से दूर भाग रही है।