महाराजगंज। डॉक्टर चाहे इंसानो का हो या जानवरों का हो , लोग उसे भगवान ही समझते हैं। मारता हुआ इंसान जहां डॉक्टर को इस निगाह से देखता है की अभी डाक्टर के हाथ लगाते ही उसे संजीवनी बूटी मिल जाएगी। कुछ ऐसा ही हाल जानवरों की आंखों में भी दिखाई देता है । लेकिन आज मानवता इतनी शर्मसार हो चुकी है कि जब जीवित मनुष्य का इलाज करने वाले डॉक्टर लुटखोरी से बाज नहीं आते हैं । तो अंदाजा लगा लीजिए की जानवरों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने किस तरह लूट मचा रखी होगी। क्योंकि जानवर को बेचारा यह भी नहीं कह सकता कि डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया है नतीजा यह है कि डॉक्टर अपनी मनमानी इन मासूम जानवरों पर करने में लगे रहते हैं। मामला महाराजगंज जिले के पशु चिकित्सालय का है । जहां पर जानवरों के इलाज के नाम पर लूट मची हुई है। वहां पर बैठे डॉक्टर से लेकर फार्मासिस्ट और कंपाउंड तक ने अपना कमीशन तय कर रखे है। सुई से लेकर पट्टी बांधने तक की फीस तय है जो सीधा उनकी जेब में जाती है और इसका बड़ी ईमानदारी से बंदरबांट भी होता है कहते हैं कि बेईमानी की कमाई में ईमानदारी बहुत जरूरी होती है । क्योंकि ऐसा नहीं है कि इस लूट की जानकारी किसी को नहीं है। बल्कि कहा जा सकता है पशु चिकित्सा अधिकारी के संरक्षण में ही यह खेल खेला जा रहा है। सुई लगाने की फीस जहां अस्पताल में ₹100 तय कर रखी है वही सुई भी बाहर से ही मंगाई जाती है । फिर उस सुई से चाहे जानवर की जान ही चली जाए और पशु प्रेमियों को खून के आंसू रोने पड़े इससे अस्पताल प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता है । बस कहने को तो ये पशु चिकित्सक हैं जिन्हें जानवरों की जान बचाने चाहिए लेकिन महाराजगंज में कुछ ऐसा चल रहा है कि जानवरों की हत्या बर्बरता के साथ अस्पताल में ही की जा रही है। अब वह भी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा।
महराजगंज पशु चिकित्सालय में जानवरों बर्बरता से की जा रही है हत्या, वह भी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा pic.twitter.com/HF29XDru58
— NIA TV NEWS (@niatvnews) October 6, 2024